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Monday, August 27, 2012

अब हमन कमर कसि यालि

कवि-डॉ नरेन्द्र गौनियाल

अबि तक
हम 
सिर्फ 
अंग्वठो 
चुसणा रैंदा छा
अब 
मुट्ठी बोटी यालि 
अंग्वठो 
भितर कैरि यालि 
अब हमन 
कमर कसि यालि.


******सिर्फ गाणि ना हम तै सबि धाणि चैन्द*****  
                          
           
हम तै 
दारू ना 
अन्न चैन्द 

हम तै 
चुसण्या ना 
खण्या चैन्द

हम तै 
हाणि ना 
पाणि चैन्द

हम तै 
ताणि ना 
माणि चैन्द

हम तै 
काणि ना 
राणि चैन्द

हम तै 
कुछ कुछ ना 
सब कुछ चैन्द 

हम तै 
सिर्फ गाणि ना
सबि धाणि चैन्द.

      

********हम तै गुस्सा बि आन्द********

                
अन्न-पाणि 
लत्ता-कपडा 
कूड़ी-बाड़ी 
पढ़े -लिखै 
नौकरी-रोजगार 
सुख-सुविधा 
हम तै बि चैन्द 

हे सरकार !
हम देशभक्त छाँ 
ईमानदार छाँ
सीधा-संत छाँ 
पण अब 
हम तै 
गुस्सा बि आन्द !!!

          डॉ नरेन्द्र गौनियाल ..सर्वाधिकार सुरक्षित.. narendragauniyal@gmail.com   

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