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Tuesday, July 24, 2012

पार हिंवाला, धार छाला


डॉ राजेश्वर उनियाल  
        9869116784
 
पार हिंवालाधार छाला
कन बगणुंचा पाणि,
मेरा पहाडसुख्यां डांडा
पीणु कु नीच पाणि,
रुडीयों का दिनधारा पंदेरा
सुखि छुयूतों कु पाणि,
सुखि गैनि सबि डाला बूटा
खैरि कैन नि जाणि । पार हिंवाला...
 
फूल बुराँशहिसरकाफल
देखि झूमि सैलाणि,
जूँ कु रंग वसंत भरयूँ वु
न्योलि छपेलि गांणि,
पर मेरा गौंका गौडा,
मणखि अर सबि पराणि,
स्वर्ग ऊंदेइ टक्क लगे बोलदना
कब बरखलु पाणि । पार हिंवाला...
 
मी नि चैंदुचैती फागुन
ना बसन्त कु मैना,
चौमासी कु बरखा दि दे
मि तै रुडीयों का मैना,
गाड गधेरानौला पंदेरा मां
छलछल बगलु पाणि,
गौडा,सगौडाखेतीपुंगडा
पिणु कु मिललु पाणि । पार हिंवाला...
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उप निदेशक (राजभाषा),
केन्द्रीय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान,पंच मार्गयारी रोड़वर्सोवामुंबई-400061

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